कानपुर शहर देश में चमड़े के उद्योग का सबसे बड़ा केंद्र है। इस क्षेत्र में स्वतंत्रता पूर्व बड़ी संख्या में सैनिकों की उपस्थिति ने विभिन्न चमड़े के उत्पादों की प्राकृतिक मांग बनाई। कारखानों की स्थापना से पूर्व भी गांव के शिल्पकारों द्वारा कुटीर उद्योग के रूप में चमड़े के सामान का निर्माण किया जाता था, जो गाड़ी, घोड़े का साज, सैडलर और बर्तनों की स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए उपयोग किया जाता था। जूते , बेल्ट, पर्स, चप्पल, वस्त्र, सैडल जैसे चमड़े के उत्पादों की एक किस्म यहां बनाई जाती है।